अटलांटिक महासागर में केप वर्डे आईलैंड के पास एक नाव का एक हादसा घटा है, जिसमें प्रवासी समुंद्र में डूब सकते हैं। हादसे के मुताबिक, इस नाव में 60 लोग सवार थे और उनकी सुरक्षा के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। वर्तमान में 38 लोगों को बचाया गया है, जबकि 7 लोगों की मौके पर मौत हो चुकी है।

यह नाव पिछले महीने सेनेगल से रवाना हुई थी और इसमें 100 से अधिक रिफ्यूजी सवार थे, जो यूरोपियन यूनियन की ओर जा रहे थे। हालांकि नाव के पलटने का कब और कैसे पता नहीं चल सका है, लेकिन यह सोमवार को एक स्पेनिश फिशिंग बोट ने देखा था और केप वर्डे के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी थी।

इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ माइग्रेशन के प्रवक्ता ने इस बारे में कहा कि महासागर में नाव पलटने के बाद लापता होने वाले लोगों को आमतौर पर मृत माना जाता है।

केप वर्डे एक आईलैंड नेशन है, जो वेस्ट अफ्रीकन कोस्ट के पास स्थित है। यहां से स्पेनिश कैनरी आईलैंड जाने वाली नावें गुजरती हैं, जिन्हें यूरोपियन यूनियन का गेटवे माना जाता है।

अफ्रीकी प्रवासियों की हजारों की संख्या में अवैध रूप से यूरोपियन यूनियन जाने की कोशिश गरीबी और युद्ध जैसे हालातों से बचने के लिए होती है। वे अक्सर छोटी नावों में सफर करते हैं और अपनी जान को खतरे में डालते हैं। ये लंबी नावें केप वर्डे में ‘पिरोगेस’ कहलाती हैं और इस तरह के हादसे इस नामकरण की वजह से आमतौर पर चर्चा में आते हैं।

इसी प्रकार, पिछले साल कैनरी आईलैंड पहुंचने की कोशिश करने वाले 559 लोगों में से कई लोगों की मौके पर मौत हो गई थी। इस साल के शुरुआती 6 महीनों में भी 126 लोगों की मौके पर मौत हो चुकी है, और इसके साथ ही 15 नावों के टूटने की रिपोर्टें आई हैं। इस समय, केप वर्डे में रेस्क्यू टीमों द्वारा 90 लोगों की जान बचाई गई थी।