क्रिकेट के खेल में बदलाव के मोड़ पर इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने बैजबॉल को अपनाया है और इससे हुए कई महत्वपूर्ण परिवर्तन। बेन स्टोक्स की कप्तानी में टीम ने नए दौर की शुरुआत की है और इसने क्रिकेट मैदान पर एक नया रूप धारित किया है।

इस बदलाव का पहला पत्थर 2022 में रखा गया था, जब जो रूट की कप्तानी में टीम ने 17 टेस्ट मैचों में सिर्फ एक ही जीत दर्ज की थी और सवाल उठ रहा था। इसके परिणामस्वरूप, स्टोक्स को कप्तान बनाया गया और उन्होंने बैजबॉल शैली का उपयोग करके टीम को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया।

इंग्लैंड के कोच के रूप में आए ब्रेंडन मैकुलम ने अपनी तेज दिमागी और स्टोक्स के क्रिकेट कौशल का सही यूज करके टीम को नया दिशा दिखाया। मैकुलम की गाइडेंस में इंग्लैंड ने टेस्ट मैचों में आक्रमकता और निडरता का परिचय किया, जिससे उन्हें ‘बैजबॉल’ कहा जाने लगा।

बैजबॉल ने क्रिकेट मैदान पर तेज स्कोरिंग का एक नया दृष्टिकोण प्रदान किया है। इंग्लैंड ने पाकिस्तान के खिलाफ एक दिन में टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया, जिसने उन्हें आक्रमक बल्लेबाजी के नए दिशा-निर्देश दिखाए।

बैजबॉल के प्रभाव से इंग्लैंड ने फील्ड प्लेसमेंट और गेंदबाजी में भी महत्वपूर्ण परिवर्तन किए हैं। स्टोक्स की कप्तानी में टीम ने जीत का माहौल बनाए रखने के लिए आक्रमक फील्ड प्लेसमेंट का सही उपयोग किया और विरोधी टीम को चुनौती दी।

बेन स्टोक्स की कप्तानी में इंग्लैंड ने 20 टेस्ट मैचों में से 13 जीते, जबकि केवल 5 मैचों में हार का सामना करना पड़ा। स्टोक्स की कप्तानी में जीत का प्रतिशत 65% रहा है, जो इस नए खेल कौशल के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।

इस प्रकार, बैजबॉल ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम को नए दौर की