मिनी अमरनाथ

हिमाचल प्रदेश का मिनी अमरनाथ कहा जाता है भगवान के इस प्राचीन मंदिर को। अंजनी माता से भी जुड़ी है इसकी कहानी

हम बात कर रहे हैं अंजनी महादेव मंदिर की जो कि हिमाचल प्रदेश राज्य के कुल्लू जिले में सोलंग घाटी में स्थित है। यह मंदिर मनाली से लगभग 14 किलोमीटर ही दूर है और आखिरी के दो किलोमीटर का एक छोटा सा ट्रैक है जो की बहुत सुंदर है। अंजनी महादेव मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक सुंदर मंदिर है। अंजनी महादेव मंदिर को हिमाचल प्रदेश का मिनी अमरनाथ भी कहा जाता है क्योंकि यहां पर अमरनाथ की तरह ही एक बर्फ का एक प्राकृतिक शिवलिंग बनता है। मंदिर में प्राकृतिक रूप से बना शिवलिंग है जो कि सर्दियों में बर्फ गिरने से बनता है। बर्फ गिरने से यह शिवलिंग धीरे-धीरे बढ़ता है और शिवरात्रि के समय यह अपना पूरा आकर ले लेता है इसीलिए इसे छोटा अमरनाथ कहा जाता है। इस मंदिर की खासियत यह है कि यहां पर एक प्राकृतिक झरना शिवलिंग पर गिरता है और ऐसा लगता है प्रकृति स्वयं भगवान शिव का जल अभिषेक कर रही है यह दृश्य देखने लायक होता है।

इस मंदिर का नाम मां अंजनी के नाम पर रखा गया था जो कि भगवान हनुमान की माता है। पुरानी कथाओं के अनुसार माता अंजनी ने इसी मंदिर में पुत्र की प्राप्ति के लिए कठोर तपस्या करी थी। जिससे भगवान शिव प्रसन्न हो गए थे और माता अंजनी को पुत्र प्राप्ति का वरदान दिया था और माता अंजनी को हनुमान जी के रूप में पुत्र की प्राप्ति हुई थी। इस मंदिर की एक और मान्यता है कि शिवलिंग के दर्शन मात्र से ही भक्तों की सारी मनोकामना पूरी हो जाती है। मंदिर के आसपास बहुत हरियाली है और बर्फ से ढकी हुई चोटियों का नजारा देखने लायक होता है। यहां का वातावरण बहुत ही शांति भरा है जो की भक्तों को बहुत सुख प्रदान करता है। यह मंदिर प्रसिद्ध मंदिरों में से एक माना जाता है और यहां पर लोगों की बहुत भीड़ पाई जाती शिवरात्रि के दिन तो यहां पर हजारों की संख्या में लोग भगवान के दर्शन करने के लिए आते हैं।

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