माता रानी का रहस्यमई मंदिर

माता रानी का एक ऐसा रहस्यमई और अद्भुत मंदिर जिसकी प्रतिमा बदलती है दिन में कई बार अपना रूप

माता रानी का यह मंदिर उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले में स्थित है और इसे हम मां धारी देवी मंदिर के नाम से जानते हैं। धारी देवी मंदिर मां काली को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है। मां धारी देवी का मंदिर अपने रहस्य के लिए बहुत ही प्रसिद्ध है। माना जाता है कि मंदिर में स्थापित माता की प्रतिमा दिन में तीन बार अपना रूप बदलती है। सुबह के समय यह मूर्ति एक लड़की के रूप में नजर आती है और दोपहर के समय यह मूर्ति एक युवती के रूप में नजर आती है। शाम के समय माता रानी अपना रूप एक बूढी महिला की के रूप में परिवर्तित कर लेती है। इस दृश्य को देखकर लोग हैरान हो जाते हैं। मां धारी देवी का मंदिर झील के बीचो-बीच स्थित है। माना जाता है की मां धारी देवी उत्तराखंड के चार धामों की रक्षा करती है। मां धारी देवी को गांव और पहाड़ों की रक्षक देवी माना जाता है।

पुरानी कथाओं के अनुसार माना जाता है कि यहां पर एक बाढ़ आई थी और बाढ़ में पूरा मंदिर और माता रानी की मूर्ति बह गई थी और वह एक गांव धारों में जाकर एक पत्थर से टकराकर रुक गई थी। कहा जाता है कि उस मूर्ति से कुछ आवाज आ रही थी जिसकी वजह से गांव वालों ने निर्णय लिया और माता रानी का वहां पर मंदिर बना दिया। यदि पुजारी की बात माने तो मां धारी देवी की मूर्ति मंदिर में द्वापर युग से ही स्थापित है।

स्थानीय लोगों का मानना है कि उत्तराखंड में 2013 में जो भीषण बाढ़ आई थी वह माता के क्रोध का परिणाम थी। 16 जून 2013 को माता रानी की मूर्ति को उसके स्थान से हटाया गया था और उसी शाम उत्तराखंड में एक भीषण बाढ़ आई थी जिससे लाखों लोगों की जान चली गई और भारी नुकसान भी हुआ। बाद में उसी जगह पर फिर से मंदिर का निर्माण करवाया गया।

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